आरती संग्रह
भारतीय संस्कृति में आरती एक पवित्र अनुष्ठान है जो भक्ति और समर्पण का प्रतीक है। यहां विभिन्न देवी-देवताओं की आरतियों का संग्रह है।
हनुमान चालीसा श्री हनुमान जी की वंदना करने वाला एक प्रसिद्ध भक्ति गीत है, जिसे गोस्वामी तुलसीदास जी ने रचा था। इसमें हनुमान जी के पराक्रम और भक्ति का वर्णन है।
शिव जी की आरती भगवान शिव की वंदना और स्तुति करने के लिए गाई जाती है। यह शिव भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय है और मंदिरों में नियमित रूप से गाई जाती है।
माँ दुर्गा की आरती शक्ति की देवी माँ दुर्गा की स्तुति है। इसमें माँ दुर्गा के नौ रूपों की वंदना की गई है और उनके आशीर्वाद की प्रार्थना की गई है।
गणेश जी की आरती भगवान गणेश की वंदना के लिए गाई जाती है। गणेश जी को विघ्न हर्ता माना जाता है और किसी भी शुभ कार्य से पहले उनकी पूजा की जाती है।
श्री कृष्ण की आरती भगवान कृष्ण की स्तुति करने के लिए गाई जाती है। इसमें उनके बाल रूप से लेकर दिव्य लीलाओं का वर्णन है।
लक्ष्मी जी की आरती धन और समृद्धि की देवी माँ लक्ष्मी की स्तुति के लिए गाई जाती है। यह दीपावली के अवसर पर विशेष रूप से गाई जाती है।
विष्णु जी की आरती भगवान विष्णु के वैभव और महिमा का वर्णन करती है। इसमें उनके विभिन्न अवतारों और लीलाओं का गुणगान किया गया है।
नवरात्रि के पहले दिन पूजी जाने वाली माँ शैलपुत्री की आरती। माँ शैलपुत्री पर्वतराज हिमालय की पुत्री हैं।
नवरात्रि के दूसरे दिन पूजी जाने वाली माँ ब्रह्मचारिणी की आरती। माँ ब्रह्मचारिणी तप, त्याग और संयम की देवी हैं।
नवरात्रि के तीसरे दिन पूजी जाने वाली माँ चंद्रघंटा की आरती। माँ चंद्रघंटा के मस्तक पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र है।
नवरात्रि के चौथे दिन पूजी जाने वाली माँ कूष्मांडा की आरती। माँ कूष्मांडा अपनी मंद हंसी से ब्रह्मांड की रचना करने वाली देवी हैं।
नवरात्रि के पांचवें दिन पूजी जाने वाली माँ स्कंदमाता की आरती। माँ स्कंदमाता कार्तिकेय (स्कंद) की माता हैं।
नवरात्रि के छठे दिन पूजी जाने वाली माँ कात्यायनी की आरती। माँ कात्यायनी महर्षि कात्यायन की तपस्या से प्रकट हुई देवी हैं और विवाह की इच्छा रखने वाली कन्याओं को आशीर्वाद देती हैं।
नवरात्रि के सातवें दिन पूजी जाने वाली माँ कालरात्रि की आरती। माँ कालरात्रि दुर्गा का सबसे भयंकर रूप हैं और अपने भक्तों के सभी भय और बुराइयों को नष्ट करती हैं।
नवरात्रि के आठवें दिन पूजी जाने वाली माँ महागौरी की आरती। माँ महागौरी अत्यंत गौर वर्ण की देवी हैं और शुद्धता का प्रतीक हैं।
नवरात्रि के नौवें दिन पूजी जाने वाली माँ सिद्धिदात्री की आरती। माँ सिद्धिदात्री सभी प्रकार की सिद्धियों की दाता हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं।