माँ दुर्गा की कथाएँ
शक्ति की देवी, असुरों का विनाश करने वाली और भक्तों की रक्षक माँ दुर्गा की प्रेरणादायक कथाएँ। दुष्टों का विनाश और धर्म की स्थापना का प्रतीक।
प्रमुख कथाएँ
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महिषासुर मर्दिनी
महिषासुर नामक राक्षस का वध करने के लिए देवी दुर्गा के अवतरण की प्रसिद्ध कथा।

माँ दुर्गा की उत्पत्ति
जब सभी देवताओं ने अपनी शक्ति एकत्रित करके देवी दुर्गा को जन्म दिया था।

माँ काली का प्रकटीकरण
दुर्गा के क्रोध से काली के प्रकट होने और चंड-मुंड राक्षसों के वध की कथा।

नवदुर्गा की कथा
दुर्गा के नौ रूपों - शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री की कहानी।
सभी दुर्गा कथाएँ

महिषासुर मर्दिनी
महिषासुर नामक राक्षस का वध करने के लिए देवी दुर्गा के अवतरण की प्रसिद्ध कथा।

माँ दुर्गा की उत्पत्ति
जब सभी देवताओं ने अपनी शक्ति एकत्रित करके देवी दुर्गा को जन्म दिया था।

शुंभ-निशुंभ वध
शुंभ और निशुंभ नामक राक्षसों के विनाश की कहानी, जिन्होंने स्वर्ग पर कब्जा कर लिया था।

माँ काली का प्रकटीकरण
दुर्गा के क्रोध से काली के प्रकट होने और चंड-मुंड राक्षसों के वध की कथा।

नवदुर्गा की कथा
दुर्गा के नौ रूपों - शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री की कहानी।

रक्तबीज वध
रक्तबीज नामक राक्षस से युद्ध की कहानी, जिसके रक्त की हर बूंद से नए राक्षस पैदा होते थे।

सती की कथा
दक्ष यज्ञ में सती द्वारा अग्नि-समर्पण और बाद में पार्वती के रूप में पुनर्जन्म लेने की कथा।

दुर्गा से पार्वती तक
शिव की पत्नी के रूप में पार्वती और योद्धा के रूप में दुर्गा के दोहरे रूप की कहानी।
माँ दुर्गा के बारे में
हिंदू धर्म में, माँ दुर्गा शक्ति की देवी हैं। वे भगवान शिव की पत्नी हैं और उन्हें पार्वती, अम्बा, भवानी और कई अन्य नामों से भी जाना जाता है। दुर्गा शब्द का अर्थ है 'जिसे पहुँचना कठिन है', जो उनके अजेय स्वरूप को दर्शाता है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, माँ दुर्गा का जन्म तब हुआ था जब सभी देवताओं ने अपनी शक्ति एकत्रित की थी, ताकि महिषासुर जैसे शक्तिशाली असुरों का वध किया जा सके। वे अपने दस हाथों में विभिन्न हथियार धारण करती हैं और सिंह पर सवार होती हैं, जो शक्ति और साहस का प्रतीक है।
शक्ति की अधिष्ठात्री के रूप में, माँ दुर्गा का विभिन्न रूपों में पूजन किया जाता है। नवरात्रि के नौ दिनों में उनके नौ रूपों (नवदुर्गा) की पूजा की जाती है। इन नौ रूपों में से प्रत्येक का अपना महत्व और विशेषताएं हैं।
माँ दुर्गा की कथाएँ हमें साहस, दृढ़ता और बुराई के विरुद्ध संघर्ष करने की प्रेरणा देती हैं। वे न केवल राक्षसों का विनाश करती हैं, बल्कि अपने भक्तों की रक्षा भी करती हैं और उन्हें आशीर्वाद देती हैं। इन कथाओं के माध्यम से, हम यह सीखते हैं कि शक्ति और करुणा साथ-साथ चल सकते हैं, और हर व्यक्ति अपने भीतर बुराई का सामना करने की शक्ति रखता है।